क्या मैं सच में खुश रहना चाहता हूँ?
अगर हाँ, तो फिर क्यों मैं चिंता, तुलना और उम्मीदों को पकड़कर रखता हूँ, जो मेरी खुशी छीन लेते हैं? मैं अक्सर सफलता, धन और लोगों की स्वीकृति के पीछे भागता हूँ, सोचता हूँ कि यही खुशी देंगे, फिर भी संतुष्ट महसूस नहीं करता।
खुशी कोई खोजने की चीज़ नहीं, बल्कि एक चुनाव है। हर दिन मेरे पास दो विकल्प होते हैं – जो नहीं है उस पर दुखी रहूँ या जो है उसके लिए आभारी बनूँ।
अगर मुझे सच में खुश रहना है, तो इसे भविष्य में ढूंढने की बजाय वर्तमान में जीना होगा। कृतज्ञता अपनाऊँ, नकारात्मकता छोड़ दूँ और खुशी को खुद चुनूँ – क्योंकि चुनाव मेरा ही है!

Platform For Happiness
حذف التعليق
هل أنت متاكد من حذف هذا التعليق ؟