दो श्रद्धालु व्यक्ति एक छोटे से घर में रहते थे और अपना सारा समय भगवान की भक्ति में लगाते थे।
एक दिन, जब वे मंदिर से लौट रहे थे, तभी तेज बारिश आ गई। घर पहुंचने पर उन्होंने देखा कि आधी छत बारिश में उड़ गई थी।
पहले व्यक्ति ने दुखी होकर कहा, "भगवान ने हमारे साथ ऐसा क्यों किया? हम हर दिन उनकी पूजा करते हैं, फिर भी हमारे साथ ऐसा अन्याय हुआ!"
दूसरे व्यक्ति ने मुस्कुराते हुए कहा, "भगवान का शुक्र है कि पूरी छत नहीं गिरी! अब हम लेटे-लेटे तारों और बादलों का सुंदर नज़ारा देख सकते हैं।"
ज़िंदगी इस पर निर्भर करती है कि आप उसे किस नजरिए से देखते हैं। 😊✨

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