खुश रहने का रहस्य
एक साधु हमेशा खुश रहते थे। पिछले 70 वर्षों में वे एक भी दिन दुखी नहीं हुए। गाँव वालों ने उनसे उनकी खुशी का रहस्य पूछा।
साधु मुस्कुराए और बोले, "यह बहुत सरल है। हर सुबह मैं 5 मिनट ध्यान करता हूँ और खुद से पूछता हूँ – क्या मैं दुखी जीवन जीना चाहता हूँ या आनंदमय? और मैं हमेशा आनंदमय जीवन चुनता हूँ।"
खुश रहना एक चॉइस है। कुछ लोग छोटे घर में भी खुश रहते हैं, जबकि कुछ लोग संगमरमर के महलों में भी दुखी होते हैं। चुनाव हमेशा आपका है। 😊✨

Rajeev Shandillya
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